फिशिंग अटैक एक प्रकार का साइबर हमला होता है, जिसमें हमलावर (attacker) धोखाधड़ी से किसी व्यक्ति या संगठन की निजी जानकारी जैसे कि पासवर्ड, बैंक अकाउंट विवरण, क्रेडिट कार्ड नंबर, आदि चुराने की कोशिश करता है। यह हमला अक्सर ईमेल, संदेश या फर्जी वेबसाइटों के माध्यम से किया जाता है।
फर्जी ईमेल या संदेश: हमलावर एक ऐसा ईमेल या संदेश भेजता है जो किसी भरोसेमंद स्रोत जैसे कि बैंक, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, या अन्य प्रमुख कंपनियों से प्रतीत होता है। यह संदेश आमतौर पर आपको किसी प्रकार के "आपातकालीन" समस्या का समाधान करने के लिए एक लिंक पर क्लिक करने के लिए कहता है।
फर्जी वेबसाइट: लिंक पर क्लिक करने पर आपको एक वेबसाइट पर भेजा जाता है जो असल में फर्जी होती है, लेकिन इसका डिज़ाइन असली वेबसाइट जैसा ही होता है। जैसे कि बैंक की वेबसाइट का नकली संस्करण।
डेटा चुराना: जब आप इस फर्जी वेबसाइट पर अपना उपयोगकर्ता नाम, पासवर्ड, या अन्य संवेदनशील जानकारी दर्ज करते हैं, तो यह जानकारी हमलावर के पास पहुँच जाती है।
ईमेल फिशिंग: यह सबसे सामान्य प्रकार है, जिसमें हमलावर एक ईमेल भेजता है, जिसमें एक लिंक होता है जिसे खोलने पर फर्जी वेबसाइट पर भेजा जाता है।
स्पीयर फिशिंग: यह एक लक्षित फिशिंग हमला होता है, जिसमें हमलावर किसी विशेष व्यक्ति या समूह को निशाना बनाता है और उनकी जानकारी प्राप्त करने के लिए अधिक व्यक्तिगत तरीके अपनाता है।
वाइस फिशिंग (Vishing): इसमें हमलावर फोन पर किसी से जानकारी प्राप्त करने की कोशिश करते हैं, जैसे कि किसी बैंक का कर्मचारी बनकर फोन करना।
एसएमएस फिशिंग (Smashing): यह फिशिंग प्रकार SMS (Text Messages) के माध्यम से हमला करता है, जिसमें एक लिंक भेजा जाता है जो आपको धोखाधड़ी की वेबसाइट पर ले जाता है।
पैसे चुराना: अधिकांश फिशिंग हमलावरों का मुख्य उद्देश्य वित्तीय जानकारी चुराना है, जैसे कि बैंक खातों की जानकारी, क्रेडिट कार्ड नंबर, या PayPal खाता विवरण।
सुरक्षा उल्लंघन: फिशिंग का उद्देश्य सिस्टम या नेटवर्क में घुसपैठ करके संवेदनशील जानकारी चुराना या उसे नुकसान पहुँचाना भी हो सकता है।
स्पैमिंग और मैलवेयर: कभी-कभी फिशिंग लिंक के माध्यम से वायरस या मैलवेयर भी भेजा जाता है, जो आपके कंप्यूटर या डिवाइस को संक्रमित कर सकता है।
लिंक पर ध्यान दें: अगर किसी ईमेल या संदेश में लिंक आता है, तो पहले उसे ध्यान से चेक करें। सुनिश्चित करें कि लिंक असली वेबसाइट से मेल खाता हो।
संदिग्ध ईमेल से बचें: यदि ईमेल असामान्य लगता है या आपके द्वारा अपेक्षित नहीं है, तो उस पर क्लिक न करें। किसी संदिग्ध लिंक को खोलने से पहले उस ईमेल के स्रोत की पुष्टि करें।
प्रामाणिक वेबसाइटों पर जाएं: अगर आपको किसी बैंक या अन्य संवेदनशील साइट पर लॉगिन करना हो, तो सीधे उस वेबसाइट के URL में टाइप करें, न कि लिंक पर क्लिक करके।
दो-चरणीय प्रमाणीकरण (2FA): अपने खातों पर दो-चरणीय प्रमाणीकरण सक्षम करें, ताकि यदि आपका पासवर्ड चोरी हो भी जाए, तो भी किसी को आपके खाते तक पहुँचने में मुश्किल हो।
मैलवेयर प्रोटेक्शन: अपने कंप्यूटर या स्मार्टफोन पर अच्छे एंटीवायरस और मैलवेयर प्रोटेक्शन का इस्तेमाल करें।