Web Design In Hindi



वेब डिज़ाइन से तात्पर्य उन वेबसाइटों के डिज़ाइन से है जो इंटरनेट पर प्रदर्शित की जाती हैं। यह आमतौर पर सॉफ़्टवेयर विकास के बजाय वेबसाइट विकास के उपयोगकर्ता अनुभव पहलुओं को संदर्भित करता है। वेब डिज़ाइन डेस्कटॉप ब्राउज़र के लिए वेबसाइट डिज़ाइन करने पर केंद्रित होता था; हालाँकि, 2010 के मध्य से, मोबाइल और टैबलेट ब्राउज़र के लिए डिज़ाइन लगातार महत्वपूर्ण हो गया है।


एक वेब डिज़ाइनर किसी वेबसाइट की उपस्थिति, लेआउट और, कुछ मामलों में, सामग्री पर काम करता है। उदाहरण के लिए, उपस्थिति, उपयोग किए गए रंगों, फ़ॉन्ट और छवियों से संबंधित है। लेआउट से तात्पर्य है कि जानकारी को कैसे संरचित और वर्गीकृत किया जाता है। एक अच्छा वेब डिज़ाइन उपयोग में आसान, सौंदर्य की दृष्टि से मनभावन और वेबसाइट के उपयोगकर्ता समूह और ब्रांड के अनुकूल होता है। कई वेबपेजों को सरलता पर ध्यान केंद्रित करके डिज़ाइन किया गया है, ताकि उपयोगकर्ताओं को विचलित या भ्रमित करने वाली कोई भी बाहरी जानकारी और कार्यक्षमता दिखाई न दे। चूँकि एक वेब डिज़ाइनर के आउटपुट का मुख्य आधार एक ऐसी साइट है जो लक्षित दर्शकों के विश्वास को जीतती है और बढ़ावा देती है, उपयोगकर्ता की निराशा के संभावित बिंदुओं को यथासंभव दूर करना एक महत्वपूर्ण विचार है। )



Web design के लिए क्या क्या सीखना पड़ता है?

Web Designing के लिए आपके पास कोई qualifications रहने की जरुरत ही नहीं है, कोई भी व्यक्ति जिसके पास थोडा बहुत skill हो और काम करने में रूचि हो वो एक Web designer बन सकता है।

तो चलिए आपको इसके लिए क्या क्या सीखना पड़ता है उसके विषय में थोडा जानकारी प्राप्त करें।

  1. Visual design
  2. UX (user experience)
  3. SEO (Search engine optimization), marketing और social media
  4. Coding software की समझ जैसे की HTML और CSS
  5. Design software की समझ जैसे की Photoshop और Illustrator
  6. यदि आपको ऊपर बाताई गयी चीज़ों की थोड़ी बहुत भी समझ होती है तब आप आसानी से Web Designing सीख सकते हैं।


वेब डिज़ाइन कोर्स क्या है :

Web Designing Course basically deal करता है Websites के creation और maintenance के साथ. वो सभी web pages जिसे की आप Google, Yahoo और Firefox में देखते हैं वो basically designed और maintained किये जाते हैं Web-Designers के द्वारा।




इस course में mainly focus किया जाता है जरुरत के core area के ऊपर जो की Websites के creations के लिए सबसे ज्यादा जरुरी है जैसे की HTMLJAVA, और CSS

Students को जो की इन Website Designing की course लेते हैं उन्हें course के ख़त्म होने तक बहुत कुछ सीखने को मिल जाता है जैसे की, कैसे Website को create किया जाता है, कैसे उन्हें maintain किया जाता है और साथ में उनमें जरुरत के हिसाब से animations और effects भरे जाते हैं।

इस course को सीखने की कोई उम्र नहीं होती है, इसे कोई भी सीख सकता है जिन्हें की Computers और वेबसाइट में लगाव हो, में तो कहूँगा की इसे बच्चे भी आसानी से एक hobby बनाकर सीख सकते हैं

स Courses को सीखने के लिए आप कोई भी बढ़िया सा Private institutes या coaching join कर सकते हैं जो की Web-Designing Course प्रदान करते हों. ये courses को आप चाहें तो Online भी सीख सकते हैं. इस courses के अलग अलग level होते हैं जैसे की beginner, Expert इत्यादि, जिसके कारण इनकी durations में फरक आती है।

Students इस course में HTML, Adobe Photoshop, CSS2, Web-Hosting और SEO जैसे बहुत से जरुरी चीज़ें सीखते हैं।




अब आप सोच रहे होंगे की अगर ये course इतना ज्यादा आसान होता है तब क्यूँ इसे सीखने की जरुरत है. मगर एक बात समझ लीजिये की ये आसान उन लोगों के लिए है जिन्हें की इसमें रूचि होती है अन्यथा ये आपके लिए कठिन भी हो सकता है।
और इसके साथ चलिए Web Designing Courses सीखने के फायेदे के विषय में भी जानेंगे।


1. आप Marketing करने में पैसे बचा सकते है:-

जैसे की हम सभी जानते हैं की अभी के समय में सभी की एक website चाहिए. अब तो website एक online identity सा बन गया है. यदि आपको website बनाना नहीं आता है तब इसके लिए आपको एक web design professional को hire करना पड़ सकता है, जिसके लिए आपको बहुत खर्च करना पड़ सकता है।


वहीँ इसके साथ उसे maintain करने या कभी update करने में बहुत खर्च करना पड़ा सकता है. ऐसे में अगर यदि आपको इसकी knowledge ही तब आप खुद ही ये कर सकते हैं जिससे आपके पैसे बच सकते हैं।


2. एक Marketable Skill सीख सकते है:-


एक सच ये भी है की web designers चाहें तो बहुत अच्छा पैसा कमा सकते हैं. चाहे आप एक नया career ही शुरू कर रहे हों, या कोई नया business या freelancing करके, सभी और से आप अच्छा खासा कमा सकते हैं।

ये न केवल आपके काम में आपकी मदद करता है बल्कि ये कई लोगों के लिए एक profession भी बन सकता है अगर वो इसे professionally करना चाहें तब।


3. अपने Creative Side को enjoy कर सकते है :-


Web design का मतलब ही है की बढ़िया से बढ़िया creative design create करें. ये आपको एक मौका देती है जिससे आप अपने computer से ही बहुत ही सुन्दर और functional designs बना सकते हैं. अगर आप अपने creative side को और निखारना चाहते हैं और साथ में उससे पैसे भी कमाना चाहते हैं तब Web Designing से बेहतर और कोई विकल्प नहीं है।इसलिए आज के समय में अगर आपके पास website designing की skill है तब आप कहीं न कहीं से जरुर कमा सकते हैं, इसमें कोई भी संका नहीं है।


एक web designer का मुख्य काम होता है web pages और associated apps को create, code और develop करना होता है. ये काम वो या तो किसी व्यक्ति के लिए, या Companies के लिए करते हैं। वो अक्सर अपने clients के साथ काम करते हैं जिसमें वो उन्हें Website और Application के सन्धर्व में technical और graphical aspects की जानकारी प्रदान करते हैं. कुछ web designers तो website बनाने का project ख़त्म हो जाने के बाद भी अपने clients (customers) को support प्रदान करते रहते हैं।

 जैसे जैसे ज्यादा से ज्यादा websites को mobile touchscreen accessibility की जरुरत होती है, इसलिए ऐसे web designers की जरुरत होती है जो की ऐसे code लिख सकें जो simultaneously compatible भी हो ऐसे platform के साथ. इसलिए इस job में web designers को अपने skill को frequently update करना होता है। Web designers को Internet technology से thoroughly familiar होना पड़ता है और उनके पास बढ़िया computer programming के साथ coding skills की knowledge होनी चाहिए. उन्हें ये समझना चाहिए की कैसे networks function करता है और उनकी attention भी detail में होनी चाहिए।


Website में bugs या errors का आना एक आम बात होता है और ये एक frequent task होता है, इसलिए एक web designer के पास problem solving skill जरुर से होना चाहिए, जिससे वो समय समय पर उत्पन्न हो रहे problems को solve कर सके| इसके अलावा उनके पास time management skills भी होनी चाहिए इससे वो अपने projects को deadlines से पहले submit कर सकें. बेहतर customer relations skills और patience रखने से ये आपके साथ आपके clients के लिए भी beneficial होता है।इन सभी के साथ अच्छा verbal और written communication आपको अपने profession में आगे बढ़ने में जरुर से मददगार साबित होगा।


Web designers को एक या उससे ज्यादा computer coding languages पता होना चाहिए, और साथ में कुछ graphic design skills भी पता होना चाहिए. इससे आप बेहतर projects समय आने पर पा सकते हैं और उसके लिए अपना portfolio भी तैयार कर सकते हैं।अगर आपको ये नहीं पता की Web Designer के Tasks क्या होता हैं, तब आपको नीचे बताये गए जानकारी को जरुर पढ़ना चाहिए इससे आप को उनके tasks के विषय में मालूम पड़ जायेगा।


  • उसका काम होता है Conceptualize करना, create करना, develop, design और produce करना web promotions, इसके लिए उन्हें graphics design software का इस्तमाल करना पड़ता है.
  • उन्हें प्रत्येक assigned promotion project के लिए एक creative look तैयार करना पड़ता है, साथ में दिए गए चीज़ों से उसकी layout को भी बनाना पड़ता है.
  • इसके साथ हमेशा ये ensure करना होता है की creative elements inline हों brand requirements के अनुसार.

समें हमें ये समझ में आता है की Web Designers का काम Creative होता है, और अगर आपको ऐसे creative कामों में रूचि है तब आपको जरुर से ये proofession अपने लिए चुन लेना चाहिए क्यूंकि ऐसा करने से आपको वो और काम जैसे नहीं लगेगा बल्कि एक hobby के समान लगेगा।


भारत में Web Designer के Salary उसके experience और Skill के ऊपर निर्भर करती है. Salary किसी Web Designer को अपने years of experience के ऊपर निर्भर करता है. जहाँ Freshers Web Designer को Rs.15,000/- से Rs.20,000/- मासिक मिलते हैं वहीँ एक Experienced Web Designer को मासिक Rs. 30,000 से Rs.40,000/- के आस पास मिलते हैं।


वैसे अक्सर कई students ये जानना चाहते हैं की Web Designing के कोई course करने के बाद उनके पास job करने के लिए क्या options मेह्जुद हैं. चलिए उन्ही jobs के बारे में जानते हैं : –


  • Applications developer
  • Games developer
  • Multimedia programmer
  • Multimedia specialist
  • SEO specialist
  • UX analyst
  • UX designer
  • Web content manager
  • Web designer
  • Web developer
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